धूमिल की कविताओं में जनपक्षधरता और भारतीय लोकतंत्र का स्वरूप
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1). सुदामा पाण्डेय 'धूमिल' का पुनर्मूल्यांकन
2). धूमिल : एक खोज
3). काव्य सिद्धांत और धूमिल का काव्य
4). जनपदीय कवि धूमिल की लोक संवेदना एवं मानवीय मूल्य
5). धूमिल के काव्य में मानव-मूल्य
6). धूमिल के गीतिकाव्य/गीत : आशा एवं संघर्ष का समवेत स्वर
7). धूमिल के साहित्य में लोकतंत्र का स्वरूप
8). धूमिल के साहित्य में उनकी सामाजिक पक्षधरता
9). धूमिल की काव्य-संवेदना
10). धूमिल की नज़र में कविता
11). धूमिल की रचना में दलित-जीवन और मानवाधिकार
12). धूमिल के साहित्य में भदेस शब्दावली
13). धूमिल की स्त्री-दृष्टि
14). विचारकों की नज़र में धूमिल
15). धूमिल की गद्य में सामाजिक परिवेश
16). धूमिल की रचनाओं में विन्यस्त समकालीन यथार्थ
17). धूमिल का रचना संसार : एक विश्लेषणात्मक अध्ययन
19). धूमिल के काव्य का शैली वैज्ञानिक अध्ययन
20). धूमिल का लेखन : विस्तार और वैविध्य
21). धूमिल की रचनाओं में युगबोध
22). धूमिल की सौंदर्य-दृष्टि
23). धूमिल की कविताओं में प्रतिरोध का स्वरूप
24). धूमिल की कविता में आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक चेतना
25). धूमिल की कविता में लोकतंत्र की आलोचना
26). धूमिल : जनवादी चेतना
27). धूमिल की कविता में युगचेतना
28). धूमिल के गद्य साहित्य में सामाजिक चेतना और भाषायी सौंदर्य का समवेत
29). धूमिल का रचना संसार : युगबोध और मानवीय दृष्टि
30). धूमिल के गद्य साहित्य का पाठ विश्लेषण
31). धूमिल का गद्य साहित्य
32). धूमिल के गद्य साहित्य की वस्तु और शिल्प
33). धूमिल काव्य की भाषा एवं शिल्प
34). धूमिल का गद्य साहित्य और साठोत्तरी समय
35). सुदामा पाण्डेय 'धूमिल' और उनका युगीन परिवेश
36). धूमिल के रचना संसार में विविध स्वर
37). धूमिल : विद्रोही पक्ष, प्रसांगिकता, भाषा, भाव-चेतना
38). धूमिल की रचनाओं में ग्रामीण संस्कृति के विविध आयाम
39). लोकधर्मी व जनकवि धूमिल का रचना संसार
40). कविता के कैनवस पर धूमिल का गद्य
लेखक : गोलेन्द्र पटेल (कवि व शिक्षार्थी, हिन्दी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी।)
संपर्क :
डाक पता - ग्राम-खजूरगाँव, पोस्ट-साहुपुरी, जिला-चंदौली, उत्तर प्रदेश, भारत।
पिन कोड : 221009
मो. नं. : 8429249326
ईमेल : corojivi@gmail.com
【नोट: धूमिल से संबंधित कुछ सवाल और कुछ अन्य शीर्षक भीतर उथल-पुथल मचाये हैं. यदि आप धूमिल पर रिसर्च कर रहे हैं, तो आप अपने शोध का शीर्षक कॉमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।】
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